Friday 31 May 2013

निशाना बन गया हमारा दिल है उनकी अदावों का ,



 निशाना बन गया हमारा दिल है उनकी अदावों  का ,
कि हुये बेखबर फिरते है हम उनकी गलियों में इसकदर ,
हम तो ठिकाने भूल बैठे है अपने  कुछ याद नहीं  सिवाय उनके ,
और वो बेरहम बने बैठे है अपनी बागों की रंगीन कलियों में ,
अगर हुस्न का  गुरुर है उनको तो हम भी कुछ कम नहीं रंगरलियो में ,
चाहता है दिल कि  भूल जाये हम उनको दूर तलक कुछ लब्जो तक ,
मगर उनका मासूम चेहरा लौट आता है अक्सर इन आखों में , 

हमेसा ही हमने उनकी आँखों में दीदार देखा कब का है ,
उनके आखो में अपनी चाहत का निशान देखा कब का है ,
हर तमन्ना लिए दिल का कई  अहसास गुजर जाता  है ,
 मेरी रूह उनके हर इश्क की अदा का जाम नजर आता है ,
है इश्क हमें इसकदर उनसे मगर आज भी तो चुप है हम ,
आजमाते है वो हमें हर मोड़ की गहराईयों से उतारकर ,
और हमें कहते है निभाने को ये रिश्ता जो सिर्फ हौसला ही रब का ..

                                                                 By.... Harikesh Singh " Akela "


Friday 24 May 2013

Tasveer Kaise Ham Banaayen






Rooth Gaya Hai Koi Hamase , Kaise Ham Usako Manaayen ,

Door Hua Hai Koi Apna , Kaise Ham Usako Bataayen ,

Paas Aane Ki Chaah Ko, Majabur Kaise Kar Ke Jaayen,

Har tamanna Khwab Thi Jab,Tasveer Kaise Ham Banaayen…..//



Galatiyaan Insaan Ki ,Bhool Ke Kyon Bhool Jaaye ,

Baat Kya Itani Badhi Jo Khud Ko Aur Hamko Sataaye ,

Kal Ka Tha Jo Saath Pyaara ,Yaad Kaise Ham Dilaayen,

Saath Chhoda Hai Wo Pahle , Haath Kaise Ham Badhaye………//




…………………………………………………Harikesh Singh
                                
                                                         harikeshakela.nit.iim@gmail.com