निशाना बन गया हमारा दिल है उनकी अदावों का ,
कि हुये बेखबर फिरते है हम उनकी गलियों में इसकदर ,
हम तो ठिकाने भूल बैठे है अपने कुछ याद नहीं सिवाय उनके ,
और वो बेरहम बने बैठे है अपनी बागों की रंगीन कलियों में ,
अगर हुस्न का गुरुर है उनको तो हम भी कुछ कम नहीं रंगरलियो में ,
चाहता है दिल कि भूल जाये हम उनको दूर तलक कुछ लब्जो तक ,
मगर उनका मासूम चेहरा लौट आता है अक्सर इन आखों में ,
हमेसा ही हमने उनकी आँखों में दीदार देखा कब का है ,
उनके आखो में अपनी चाहत का निशान देखा कब का है ,
हर तमन्ना लिए दिल का कई अहसास गुजर जाता है ,
मेरी रूह उनके हर इश्क की अदा का जाम नजर आता है ,
है इश्क हमें इसकदर उनसे मगर आज भी तो चुप है हम ,
आजमाते है वो हमें हर मोड़ की गहराईयों से उतारकर ,
और हमें कहते है निभाने को ये रिश्ता जो सिर्फ हौसला ही रब का ..
By.... Harikesh Singh " Akela "
निशाना बन गया हमारा दिल है उनकी अदावों का ,
कि हुये बेखबर फिरते है हम उनकी गलियों में इसकदर ,
हम तो ठिकाने भूल बैठे है अपने कुछ याद नहीं सिवाय उनके ,
और वो बेरहम बने बैठे है अपनी बागों की रंगीन कलियों में ,
अगर हुस्न का गुरुर है उनको तो हम भी कुछ कम नहीं रंगरलियो में ,
चाहता है दिल कि भूल जाये हम उनको दूर तलक कुछ लब्जो तक ,
मगर उनका मासूम चेहरा लौट आता है अक्सर इन आखों में ,
हमेसा ही हमने उनकी आँखों में दीदार देखा कब का है ,
उनके आखो में अपनी चाहत का निशान देखा कब का है ,
हर तमन्ना लिए दिल का कई अहसास गुजर जाता है ,
मेरी रूह उनके हर इश्क की अदा का जाम नजर आता है ,
है इश्क हमें इसकदर उनसे मगर आज भी तो चुप है हम ,
आजमाते है वो हमें हर मोड़ की गहराईयों से उतारकर ,
और हमें कहते है निभाने को ये रिश्ता जो सिर्फ हौसला ही रब का ..