Friday 31 May 2013

निशाना बन गया हमारा दिल है उनकी अदावों का ,



 निशाना बन गया हमारा दिल है उनकी अदावों  का ,
कि हुये बेखबर फिरते है हम उनकी गलियों में इसकदर ,
हम तो ठिकाने भूल बैठे है अपने  कुछ याद नहीं  सिवाय उनके ,
और वो बेरहम बने बैठे है अपनी बागों की रंगीन कलियों में ,
अगर हुस्न का  गुरुर है उनको तो हम भी कुछ कम नहीं रंगरलियो में ,
चाहता है दिल कि  भूल जाये हम उनको दूर तलक कुछ लब्जो तक ,
मगर उनका मासूम चेहरा लौट आता है अक्सर इन आखों में , 

हमेसा ही हमने उनकी आँखों में दीदार देखा कब का है ,
उनके आखो में अपनी चाहत का निशान देखा कब का है ,
हर तमन्ना लिए दिल का कई  अहसास गुजर जाता  है ,
 मेरी रूह उनके हर इश्क की अदा का जाम नजर आता है ,
है इश्क हमें इसकदर उनसे मगर आज भी तो चुप है हम ,
आजमाते है वो हमें हर मोड़ की गहराईयों से उतारकर ,
और हमें कहते है निभाने को ये रिश्ता जो सिर्फ हौसला ही रब का ..

                                                                 By.... Harikesh Singh " Akela "


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